What is IIT with Full Information in hindi

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आज बात करते हैं हम उस करियर ऑप्शन की, जिसका नाम सुनकर लोग कहते हैं ये तो बहुत ही मुश्किल काम है और अगर जिसने ये काम कर लिया समझो वो तो महान है. आज हम इस आर्टिकल में बात करेंगे IIT के बारे में. जी हां Engineering की education प्राप्त करने के लिए IIT इंस्टिट्यूट सबसे अच्छा माना जाता है. IIT इंस्टिट्यूट में प्रवेश पाना जितनी अच्छी बात होती है, यह उतना ही कठिन भी होता है. इसमें एंट्री के लिए आपको काफी मेहनत करनी पड़ती है और इसीलिए हर साल लाखों स्टूडेंट मेहनत करते हैं. अगर आप भी इंजीनियरिंग के फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आज आपको हम इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे कि IIT क्या है? IIT में पढ़ाई करने के फायदे क्या क्या है? IIT की तैयारी कैसे करें? और इसकी पूरी जानकारी.

IIT क्या है? (What is IIT?)

IIT का पूरा नाम Indian Institute of Technology है, जिसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भी कहते हैं. IIT की परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है. ये स्नातक के लिए होता है. देश में कुल 23 IIT कॉलेजेज हैं जिनमें एंट्री IIT एग्जाम क्वालिफाई करने के बाद होती है. यहां से इंजीनियरिंग करके बहुत से लोग करोड़ो का पैकेज पाते हैं. IIT कॉलेज के द्वारा अच्छे-अच्छे इंजीनियर बनाए जाते हैं और वो देश विदेश में जाकर काफी अच्छा पैसा भी कमाते हैं. IIT परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स का क्वेश्चन पेपर होता है और IIT परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत से प्रशिक्षण केंद्र हैं, जिनमें जाकर के आप तैयारी कर सकते हैं.

IIT करने के क्या फायदे हैं? (What are benefits of doing IIT)

तो सबसे पहला फायदा है गेट रिस्पेक्ट यानि की इज्जत मिलना. जी हां अगर आप IIT करते हैं और आपकी फैमिली में या दोस्तों को इसके बारे में पता चलता है तो आप उनके और अन्य लोगों के बीच में काफी इज्जत पाते हैं. आपको काफी सम्मान मिलता है. दूसरा है गुड फैसिलिटीज यानि की IIT के माध्यम से आपको काफी अच्छी सुविधाएं भी दी जाती है. आपको पढ़ने के लिए अच्छी लैब मिलती है और कंप्यूटर सेंटर की सुविधा भी मिलती है. तीसरा है लर्न मोर थिंग्स यानि की IIT में स्टूडेंट्स को सिर्फ इंजीनियरिंग और रिसर्च के अलावा बहुत सी चीजें भी सीखने को मिलती है. आपको मैनेजमेंट, फाइनेंस और सोशल स्किल्स के बारे में भी सिखाया जाता है. चौथा है प्रोवाइड फ्री बेनिफिट्स यानि यानी आपको IIT कैम्पस के प्राइवेट रेस्टोरेंट्स में 10 से 50 प्रतिशत डिस्काउंट मिलता है और फ्री डॉक्टर कंसल्टेशन की सुविधा भी मिलती है. पांचवा है ईजी प्लेसमेंट जो कि सबसे अच्छा है IIT करने के बाद आपको आसानी से एक अच्छी नौकरी मिल जाती है और आपका अच्छी जगह प्लेसमेंट भी हो जाता है.

IIT के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए? (What is the qualification for IIT?)

अगर योग्यता को देखा जाए तो टेन प्लस टू यानि की 12वीं की कक्षा के अपने बोर्ड एग्जाम्स में टॉप 20 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट इस परीक्षा में जा सकते हैं. अब इसके लिए 75 फीसदी अंक अनिवार्य है. ये समय-समय पर बदलता रहता है और ये देश के सभी बोर्ड्स के मूल्यांकन के आधार पर तय किया जाता है.

अब बात करें एग्जाम की तो 2013 से IIT की प्रवेश परीक्षा दो भागों में संपन्न कराई जाती है. एक JEE Mains तथा दूसरा JEE Advance. सबसे पहले कोई स्टूडेंट अगर IIT में आवेदन करना चाहता है तो उसको सबसे पहले JEE Mains का पेपर देना होगा. JEE Mains में क्वालिफाई हो जाने के बाद वो एडवांस के लिए आवेदन कर सकता है. लगभग हर साल डेढ़ लाख स्टूडेंट एडवांस एग्जाम में बैठते हैं.

अब अगर हम थोड़ा सा डिस्कस करें कि IIT एग्जाम का पैटर्न क्या होता है उसमें आपको दो तरीके के पेपर देने होते हैं. फर्स्ट पेपर में मैथमैटिक्स, केमिस्ट्री और फिजिक्स के 30-30 प्रश्न होते हैं और हर प्रश्न चार अंकों का होता है तो मतलब कुल 90 प्रश्न होते हैं और कुल पूर्णांक 360 अंकों का होता है.

सेकेंड पेपर की बात करें तो इसमें गणित के 30 प्रश्न होते हैं जो 120 नंबर के होते हैं और एप्टीटय़ूड टेस्ट के 50 प्रश्न होते हैं जो 200 अंकों के होते हैं और ड्राइंग टेस्ट के दो प्रश्न 70 अंकों के होते हैं तो कुल टाइम होता है इसका तीन घंटे.

IIT एंट्रेंस एग्जाम में तैयारी कैसे की जाए? (How to prepare for IIT entrance exam?)

पहला है कि IIT एंट्रेंस की जब तैयारी शुरू करें तो अपनी तुलना किसी दूसरे से बिल्कुल भी ना करें बल्कि खुद से करें. चूंकि इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई क्या है लेकिन आप क्या हो आपके लिए इस बात का बहुत फर्क पड़ता है. इसलिए अपना ध्यान सिर्फ और सिर्फ खुद पर फोकस करें और अपना लक्ष्य अपना गोल बनाएं कि मुझे IIT इंट्रेंस एग्जाम की रैंकिंग में टॉप पर आना है. तो बस इसी हौसले से आप खुद को आगे बढ़ाते रहे.

दूसरी टिप्स ये है कि IIT एंट्रेंस एग्जाम के लिए मैथ्स, केमिस्ट्री और फिजिक्स के प्रश्न पूछे जाते हैं. तो ध्यान रखिए कि इन सब्जेक्ट्स में आपको बेस्ट होना जरूरी है.

तीसरा है कि जब भी आप तैयारी करें तो खुद का एग्जाम लें और मॉडल पेपर को निर्धारित समय पर पूरी इमानदारी के साथ हल करें और खुद से अवलोकन भी करें कि आप कितना सही है

चौथा है कि खुद के आत्मविश्वास को यानि कि अपने आपके कॉन्फिडेंस को आप हमेशा ऊंचा रखें और हो सकता है कि आपको एक चांस में सक्सेस न मिल पाए तो ऐसी सिचुएशन में अपने हौसलों को कभी भी नीचा ना गिरने दे बल्कि अपनी गलतियों को सुधार करके आगे के लिए अपने आपको तैयार करें.

पांचवां पॉइंट है कि किसी भी एग्जाम में निर्धारित समय ही हमारा रास्ता और दिशा तय करता है. इसीलिए परीक्षा के मिलने वाले तीन घंटों का महत्व आप अच्छे से समझ लें, उसकी कैलकुलेशन कीजिए और आपका उद्देश्य हो कि आपको इसी समय में सारे क्वेश्चन सॉल्व करने ही हैं तो बस अपने आपको उसके लिए तैयार करते रहिए.

छठा पॉइंट है कि अच्छी तैयारी के लिए अच्छी नींद, अच्छा स्वास्थ्य काफी मायने रखता है, इसलिए इन बातों को भी अच्छे से फॉलो करें ताकि आपको अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए हेल्प मिले.

सातवां पॉइंट्स है कि परीक्षा की तैयारी के लिए न्यूज़, इंटरनेट, ग्रुप चर्चा, सफल छात्रों के इंटरव्यू भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इसलिए इन सबकी मदद भी आप ले सकते हैं.

आठवां पॉइंट्स है कि सक्सेस के लिए प्लानिंग बहुत जरूरी होती है. IIT एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए भी आपको कितने घंटे पढ़ना है, क्या पढ़ना है, कब क्या करना है. इन सभी बातों की अच्छे से लिस्ट जरूर बना लें और इसे शत प्रतिशत तरीके से अमल भी करें.

नौवां पॉइंट है कि IIT एंट्रेंस एग्जाम के लिए 11th के 45 प्रतिशत और 12th के 55 प्रतिशत प्रश्न पूछे जाते हैं तो आप अपनी इंटर की पढ़ाई भी इसी को ध्यान में रखते हुए करें ताकि आगे आपको IIT एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी में अच्छी खासी हेल्प मिल सके.

दसवां पॉइंट है कि सक्सेस का कोई भी शॉर्टकट नहीं होता है, तो आप IIT एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए विस्तारपूर्वक अध्ययन करें. यानि कि छोटी से छोटी छोटी चीजों पर भी ध्यान रखें और पूरे ध्यान के साथ पढ़ाई करें.

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