रहस्य : ऐसी अजीब घटना जब नाचते-नाचते मरने लगे थे लोग

0

दोस्तों ! धरती पर हमेशा से ही बहुत ही अजीबो गरीब तरह की घटनाएं होती रही हैं लेकिन खासकर आज हम जिस घटना के बारे में बात करेंगे उसे सुनकर आप पूरी तरह से चौंकने वाले हैं क्योंकि यह घटना शायद अजब गजब घटनाओं की लिस्ट में टॉप पर गिनी जाती होगी । अच्छा चलिए हम आपसे एक सवाल पूछते हैं कि लोग डांस क्यों करते हैं? आपका शायद जवाब यही होगा कि खुद के मजे और मनोरंजन के लिए । लेकिन अगर सैकड़ों की संख्या में लोग नाचते-नाचते मर जाएं या फिर बेहोश हो जाए तो इसे क्या कहा जाएगा ?पहले तो यह सुनने में थोड़ा सा अजीब है लेकिन आज से करीब 500 साल पहले ऐसी घटना हुई थी जिसमें नाचते-नाचते बहुत से लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी और यह घटना इतनी आश्चर्यचकित करने वाली थी जिसके बारे में आज भी लोग अलग अलग थ्योरी देते रहते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ था ।

दरअसल जिस घटना के बारे में हम आज बात कर रहे हैं उसे डांसिंग प्लेग ऑफ 1518 के नाम से जाना जाता है जो कि 1518 में रोमन साम्राज्य के स्ट्रासबर्ग नाम की जगह पर घटित हुई थी और इस प्लेग शुरुवात 1518 के जुलाई महीने से हुई। जब मिसेस सोफिया नाम की एक औरत ने एक दिन अचानक से सड़कों पर आकर नाचना शुरु कर दिया। और कहते हैं कि वो लगातार पाँच या फिर छह दिनों तक नाचती रहीं और फिर यहाँ से कुछ दिनों के बाद ही 34 और लोगों ने भी उनको ज्वाइन कर लिया। फिर धीरे-धीरे करके नाचने वालो में लगभग पूरा गांव ही शामिल हो गया और अब डांस करने वाले लोगों की संख्या कुल चार सौ के पार पहुंच चुकी थी ।

हालांकि जब इस घटना के बारे में लोगों के रिश्तेदारों को पता चला तब उनको समझ आ ही नहीं रहा था कि आखिरकार यह हो क्या रहा है क्योंकि एक बार डांस स्टार्ट करने के बाद से कोई रुकता ही नहीं था और फिर बहुत ही जल्द ज्यादा नाचने की वजह से लोगों के मृत्यु होनी भी शुरू हो गयी । और अगर रिपोर्ट की मानें तो इसकी मुख्य वजह थी हार्ट अटैक, स्ट्रोक्स और थकावट और इस प्लेग की वजह से हर दिन मौत का आंकड़ा 15 के पार जा पहुंचा था । हालांकि जान पहचान वाले और रिश्तेदारों ने लोगो को बचाने के लिए जो भी बन पड़ा उन्होंने किया । इस प्लेग को खत्म करने के लिए उन्होंने कई सारे डॉक्टर्स की मदद ली । लेकिन उस समय के डॉक्टर्स और बुद्धिजीवियों के अनुसार यह कोई सुपरनैचुरल घटना नहीं थी ।

उनका मानना था कि इस प्लेग का कारण खून का गर्म होना था और फिर इसका इलाज डॉक्टर्स ने यह निकाला कि डांस करते हुए लोग जब थक जाएंगे तो फिर यह प्लेग अपने आप ही खत्म हो जाएगा और फिर डॉक्टर्स के इन बातों को सुनकर वहां पर लोगों ने मार्केट की एक जगह को खाली करवा दिया और लकड़ी का खूब बड़ा सा स्टेज भी बनवाया । साथी लोगों को इनकैरेज करने के लिए म्यूजिशियन भी हायर किए गए लेकिन आगे चलकर यह फैसला पूरी तरह से उल्टा पड़ गया क्योंकि लोगों की मृत्यु अब पहले से कहीं ज्यादा हो रही थी और इस घटना ने और भी विकराल रूप ले लिया था ।

वैसे इस घटना का अंत कब हुआ यह किसी को एकदम सटीक तो नहीं पता लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि यह प्लेग लगभग 3 महीनों तक लोगों को प्रभावित करता रहा । इसमें सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी और कुछ लोगों को बेहोशी का सामना करना पड़ा । हालांकि आगे चलकर यह घटनाएं एक रहस्य न बने इसलिए बहुत सारे एक्सपर्ट्स ने इस पर रिसर्च किया पर अपनी अलग अलग राय देते रहे कुछ लोगों का मानना था कि यह प्लेग उस एरिया में फैला था जहां पर लोग भुखमरी, बीमारी और गरीबी जैसे परेशानियों से जूझ रहे थे और उन्होंने अंधविश्वास में आकर ऐसा काम किया पर कुछ शुरुवाती लोगों की वजह से यह अंधविश्वास धीरे-धीरे पूरे गांव में फैल गया और मॉर्डन थ्योरी यह बताते हैं कि इसकी मुख्य वजह फूड प्वाइजनिंग भी हो सकती है और गांव में विषैला खाना खाने की वजह से यह डांसिंग प्लेग फैला था ।

हालांकि अभी और भी बहुत सारे लोगों ने अपनी अलग-अलग राय दे रखी है लेकिन अभी भी एकदम सटीक कोई भी नहीं जानता कि आखिरकार इसकी असल वजह क्या थी क्योंकि उस वक़्त मेडिकल साइंस इतना एडवांस था नहीं और आज के समय में हमारे एक्सपर्ट्स पहले के कुछ डेटा को कलेक्ट करके अंदाजन ही कुछ बता सकते हैं । लेकिन दोस्तो वजह चाहे जो भी रही हो इस घटना ने खुद को दुनिया के सबसे अजीबो गरीब घटनाओं की लिस्ट में शामिल जरूर करवा लिया ।

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट में जरुर बताएं

Leave A Reply

Your email address will not be published.